What Does sidh kunjika Mean?
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति पंचमोऽध्यायः
धिजाग्रं धिजाग्रं त्रोटय त्रोटय दीप्तं कुरु कुरु स्वाहा ॥ १२ ॥
ॐ ग्लौं हुं क्लीं जूं सः ज्वालय ज्वालय ज्वल ज्वल प्रज्वल प्रज्वल
कुञ्जिकापाठमात्रेण दुर्गापाठफलं लभेत् ।
देवी माहात्म्यं चामुंडेश्वरी मंगलम्
Salutations towards the Goddess who has the form of root chants Who by the chant “Purpose” has the shape in the creator Who by the chant “Hreem” has the shape of one who normally takes care of anything And who through the chant “Kleem” has the shape of passion
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति अष्टमोऽध्यायः
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति षष्ठोऽध्यायः
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति द्वितीयोऽध्यायः
मौसम मुंबई का मौसमजयपुर का मौसमनई दिल्ली का मौसमलखनऊ का मौसमनोएडा का मौसम
You'll want to ensure that you don’t recite it with any unwell thoughts or with any detrimental intentions.
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इसके लिए मां दुर्गा के समक्ष घी का दीपक जलाएं. इसे देवी की तस्वीर के दाईं तरफ रखें.
हुं हु हुंकाररूपिण्यै जं जं जं जम्भनादिनी।